लड़की है …हवा मे मत उड़…. ताने को ताकत बनाना है
नगर मे भावना पालीवाल
ओर टीम के नेतृत्व मे चल रहे निशुल्क अभिरुचि प्रशिक्षण के 15 वे दिन नारी सशक्तिकरण पर संगोष्ठी ओर कार्यशाला का
आयोजन किया गया । जिसमे महिलाओ ने कई सवाल रखे मुख्य वक्ता निशा चूण्डावत सामने
रखे महिलाओ ने अपने दर्द का बया करते हुए कहा की हमारे देश में आज भी बड़ी संख्या
में औरतें अपने पति और पिता की छाया से बाहर नहीं आ पातीं। उनकी जिंदगी
कुर्बानियां देते ही बीत जाती है। गृहणियों को लगता है, कि हम कुछ
नहीं कर पाए , जबकि जितना वे करती हैं, आज की पीढ़ी के लोग सोच भी नहीं सकते। वह
दूसरों को ही प्यार बांटती रहती हैं, खुद को तो भूल ही जाती हैं। ऐसा नहीं होना
चाहिए ।
हर ताने को जुठासाबित कर ताकत बनाना है
15 दिवसीय से चल रही कार्यशाला मे प्रतिदिन
महिलाओ का जागरूक करने के लिए मुख्य वक्ता
निशा चूण्डावत द्वारा कई सामाजिक ओर शेक्षणिक
मुद्दो पर चर्चा की जा रही है । उन्होने कहा की लड़कियो ओर महिलाओ को कमतर
ओर कमजोर बताने वाले जेसे लड़की है हवा मे मत उड़, घर का काम काज सीख संभालना तो चूल्हा चोखा
ही है, घर की दहलीज ही स्त्री का दायरा है जेसे हर तंज़ ओर
ताने को हमे जुठासाबित कर ताकत बनाना है ओर आज की महिला घर की चारदीवारी मे नहीं
रहना चाहती बल्कि आत्म निर्भर बनना चाहती है इसलिए महिलाओ को आगे बढ़ाने से ही भारत
भाग्य विधाता बनेगा इस मोके पर सभी महिलाओ को पद्मश्री अरुणिमा सिन्हा की बायोपिक दिल
दिमाग से एवरेस्ट पर विजय पाई, पैरों से नहीं के बारे मे
बताया गया
कई गांवो की महिलाए हक के लिए सवाल करने लगी
निशुल्क अभिरुचि शिविर से कई महिलाओ के जीवन को
नयी दिशा मिल रही है अब वे पहले की तरह नहीं रही है अपनी मन की बात को रख रही है
अपने हक के लिए सवाल करने लगी है शिविर मे मदारिया, स्वादड़ी, कुवाथल, विजयपुरा, सांगवास, कुंडेली, कामलीघाट, निमझर ओर देवगढ़
कई महिलाए आ रही है
इस अवसर पर आशा टेलर, भाविका क्षोत्रीय,
करिश्मा चंदेल, मोनिका उपाध्याय, ललिता
कलाल, हर्षा वेद, अंजु खोखर, शीतल जैन, शबनम बानो, अवंतिका, विनीता शर्मा, पिंकी , कोमल
सेन, अंजु खोखर, रीना, धीरेंद्र कंवर, निकिता माहेश्वरी, भावना सुखवाल, पल्लवी सीसोदिया, किरण गोस्वामी, जय श्री जोशी,
किरण नंगारची, नीतू राजपूत, शाहीन बानो, दीपाली चौहान, लता चौहान,
कविता चौहान सहित कई युवतिया ओर महिलाए थी