350 युवतियो ने विभिन्न कलाओं से जुड़ी
अनेक रंगारंग प्रस्तुतियां दीं
शुक्रवार को भवानी वाटिका मे
आयोजित निशुल्क अभिरुचि शिविर के
समापन समारोह की अध्यक्षता वीरेंद्र सिंह पंचोली, मुख्य अतिथि बाबू लाल कलवाड़िया, विशिष्ट
अतिथि शिव चरण वेद द्वारा माँ सरस्वती को दीप प्रज्वलन कर प्रारम्भ
किया गया यह कार्यक्रम सामाजिक परिवर्तन के कई पहलुओ को छु गया कार्यक्रम का
संचालन निशा चुण्डावत ओर पल्लवी सिसोदिया द्वारा किया गया । समारोह
मे युवतियो ओर महिलाओ द्वारा एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुतिया देकर पिछले
1 माह से सीखा हूनर मंच पर उतारा वही इन प्रतिभागियो के प्रशिक्षक लगातार उनका
निर्देशन कर रहे थे सुबह से शुरू हुए इस आयोजन ने दर्शको को शाम रक अपने सम्मोहन
मे बांधे रखा भाग्य श्री ओर प्रियंका
ग्रुप द्वारा गणेश वंदना के साथ प्रारम्भ हुआ के बाद युवतियो द्वारा बाजू बंद री
लूम, चने
के खेत मे, बारिश की बुँदे, बाजू बंद
री लूम, रशके कमर, नींबुड़ा, लॉन्ग लाची, रंगीलों ढोलना,
बच्चो द्वारा इतनी सी हंसी , तेरा बज़्ज, कह दु तुम्हें, तेनु सूट सूट करदा, छम छम, गलत बात, तुझे मिर्ची
लगी तो, बेजुबान, माइ नेम इज लखन, अभी तो पार्टी शुरू हुई है, ओ रि चिरिया नन्ही सी
चिड़िया आदि पर जोरदार प्रस्तुतिया दी
कार्यकम मुख्य संयोजक महेश
पालीवाल बताया की इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिला की अस्मिता का बोध करवाना है।
महिला स्वयं अपने महत्व व क्षमताओं का बोध करे ओर अपनी आत्म निर्भरता समाज के
सामने लाये
रेम्प पर जब नन्हीं-नन्हीं परियों एवं युवतियों ने पैरों को थिरकाते कैट वॉक
किया तो महिलाओ ने तालियों के साथ उनका उत्साहवर्धन किया। रेम्प पर 60 युवतियों ने फैशन शो में रंग-बिरंगी ड्रेस ओर भारतीय परम्परा और
विदेशी वेशभूषा में रेम्प पर कैटवॉक किया तो देखते ही रह गये उनके द्वारा पहनी गई
ड्रेस में कोई परी लग रही थी तो कोई मॉडल दिख रहा था। किसी ने सेल्फी के अंदाज में
रेम्प आ कर अपना पॉज दिया तो किसी ने हाथ हिला कर। प्रशिक्षिका दीपाली चौहान ने
बताया कि इस प्रकार के फैशन शो के आयोजन से यूथ को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर
मिलता है
देवगढ़ - भारतीय ओर पाश्चात्य
नृत्यो का संगम, भंगड़ा ओर सुर, कथ्थक
से थिरकते कदम ओर सूरो की सुरमयी सरिता यह सब कुछ था नगर मे जब कैरियर टीम की महिला विंग भावना पालीवाल
द्वारा क्षेत्र ओर आस पास की 350 महिलाओ को एक मंच पर ला खड़ा किया तो उनके सम्मान
मे हाल तालियो से गूंज उठा यह वो महिलाए थी जो क्षेत्र ओर नगर के कई गांवो से आत्म
निर्भर बनने के लिए आई ओर भावना की टीम
द्वारा उन्हे अपने केंद्र पर अपने माध्यम से 1 महीने तक निशुल्क पार्लर, डांस, महेन्दी का प्रशिक्षण दिया ओर उनके सपनों को
नयी उड़ान प्रदान की
लाइव, सेलफ़ी
का चला दोर
पहली बार जब ग्रामीण ओर नगर के महिलाओ द्वारा डांस ओर ग्रुप डांस की प्रस्तुति दी जा रही थी तो इस
दोरान युवतियो द्वारा जमकर उत्त्सावर्धन किया गया डांस की मुद्राओ को ना सिर्फ
सेलफ़ी के साथ केमरे मे केद किया गया बल्कि फ़ेस बूक सहित अन्य सोश्ल मीडिया पर लाइव
शेयर किया गया
नाटक मंचन से समाज को दिखाया आईना
रेखा वैष्णव द्वारा नाटक के जरिए
महिलाओं पर हो रहे अत्याचार से संबंधित प्रस्तुति दी. इसके अलावा महिला सशक्तिकरण का भी संदेश दिया.
साथ ही लोगों से बेटियों को बचाने और उन्हें पढ़ाने का
आग्रह किया. फिरदोस द्वारा भारत माँ के शहीदो पर कविता वाचन किया तो
सभी महिलाए भावुक हो गई
सामाजिक परिवर्तन के खिलाफ जब सैकड़ों महिलाओं ने एक मंच पर अपनी एकजुटता दिखाई तो
तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा हॉल गूंज उठा
प्रशिक्षण कार्यक्रम मे अपना बेहतर प्रदर्शन करने पर
पार्लर प्रशिक्षिका शाहिन बानों, डांस कोरियोग्राफर किरण नंगारची ओर दीपाली चौहान, महेन्दी प्रशिक्षिका कविता चौहान, उषा नरणीया, नीतू राजपूत, निशा चुण्डांवत,
किरण गोस्वामी, भावना सुखवाल, पल्लवी
सीसोदिया, लता चौहान, कन्हैया साहू, प्रवीण रेगर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया
कार्यक्रम मे इंद्रा चंदेल,
शिखा सोनी, वेशाली सिंधी, शमीम बानो, अंजु खोखर, भाविका क्षोत्रीय,
कृष्णा वेद, स्नेहा पालीवाल, पूजा
बल्ला, मानसी सुथार, भाग्य श्री पोरवाड़, दुर्गा कंवर, लविना सेवानी,
प्रिय वैष्णव, अवन्तिका शर्मा, प्रिया
कंवर, ललिता मेवाड़ा, ममता खोखर, सीमा शाहू, नाजनीन, भावना
खोखर, दर्शना, सेजल, कोमल सोनी, प्रियंका, हिमांशी
दया, अलफ़ीना, जारा, नेहा सोनी, सेन पूजा, सहित कई महिलाए मोजूद रही
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