Saturday 30 December 2017

सर्वे भवन्ति सुखिन:, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का संदेश
देवगढ़ नगर मे चल रहे प्रगति उत्सव के दूसरे दिन नारी सशक्तिकरण के अनेक रूप  प्रदर्शित हुए रंग रेखाओ की जरिये, रचनाशीलता, पुष्प रंगोली द्वारा नारी मन को अभिव्यक्त किया गया क्षेत्र की महिलाओ ने प्रगति उत्सव मे पुष्प ओर विभिन रंगो से मनमोहक रंगोली बनाई। इसमें नारी के खिलाफ अत्याचार, देश में लड़कियों की हालत, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ  ओर सर्वे भवन्ति सुखिन:, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, स्वच्छ भारत मिशन जैसे स्लोगन तथा सम्बन्धित चित्रों का सजीव चित्रण किया गया। महिलाओ के रंगोली मे इस प्रकार के विचारो से निर्णायक गण काफी प्रभावित हुए 

मेहंदी प्रतियोगिता मे 70 महिलाए  सभी के हाथों में मेहंदी कोन और मेहंदी रचाने के लिए 30 मिनट का समय मे महिलाओ ने सामाजिक संदेश देते हुए अरेबियन, मारबाड़ी और हाथ भरे स्टाइल की मेहंदी लगाई इस उत्सव मे नगर एवं आस पास की कई महिलाओ ने सामाजिक परिवर्तन की इस मुहिम मे बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया इस तरह की प्रतियोगिताए समाज की उन लोगो की एक  सामाजिक संदेश दे रही है जो बेटे ओर बेटी मे भेदभाव करते है
व्यंजन स्पर्धा व्यंजनों का स्वाद सिर चढ़कर बोला तथा मीठे से नमकीन , पिज्जा, भेल, फ्रूट सलाद आदि मनमोहक व्यंजन बनाकर  कई महिलाओ ने अपना हूनर दिखाया ओर बनाने का तरीका सभी को समझाया सभी व्यंजनों की तारीफ हुई इस अवसर पर महेश पालीवाल द्वारा बताया  की  महिला परिवार की प्रथम इकाई है। उसके बिना परिवार का विकास होना नामुमकिन है महिलाएं आज भी घर की चहारदीवारी में जीवन बसर कर रही हैं। परिवार में ही उनके साथ भेदभाव होता है। इसके लिए सोच मे परिवर्तन लाना जरूरी है।  महिलाओं के प्रति नजरिया बदलना होगा और सोच बदलने के लिए शिक्षा जरूरी है।
 सामाजिक परिवर्तन से संबन्धित ये प्रतियोगिताए हुई सम्पन्न
वंदना सेन ने बताया की प्रगति उत्सव के दूसरे दिन अभी तक महेन्दी, रंगोली, रेसिपी, एकल गान, डांस, आशु भाषण,कविता एवं नाटक  हुए जिस प्रकार क्षेत्र की महिलाओ ने इसमे भाग लिया ओर  आदि मे 200  महिलाओ ने भाग लिया  निर्णायक के रूप मे हेमलता कसेरा, तन्वी उपाध्याय, मोनिका पोरवाड़, लोकेश चुण्डावत, भावना पालीवाल थे  
 हर वर्ष होगा आयोजन महिला प्रगति उत्सव का आयोजन
कार्यक्रम के मुख्य सदस्य  ललित पालीवाल ने हर वर्ष इस आयोजन करने को करने को कहा जिससे इस प्रकार  के कार्यक्रमो से सामाजिक परिवर्तन का संदेश घर घर तक पहुचे ऐसे आयोजन से  प्रतिभा में निखार आती है। उनकी प्रतिभा को रचनात्मक रूप देना तथा कल्पना शक्ति को विकसित करना ही इस उत्सव का उद्देश्य है। इस अवसर पर सुखिया, तोहिद, शकुंतला, किरण वैष्णव, मनीषा गेहलोत, रेशमा बानो, मीना सालवी, डाली रेगर, सुगना चौहान फरजना बानो नरेंद्र सिंह चुण्डावत,  महेश पालीवाल, वंदना सेन, ललित पालीवाल, किरण गोस्वामी, भावना पालीवाल, हेमलता कसेरा, हंसा वैष्णव, उषा नरनिया, नीतू राजपूत,  मोनिका पोरवाड़, तन्वी उपाध्याय, दीपिका वैष्णव, ज्योति पँवार आदि थे 

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