सफलता(Success) का कोई शोर्टकट नहीं होता।
सफलता(Success) का कोई शोर्टकट नहीं होता। यही वजह है कि चाहे कितना भी समय बदला हो, युग बदला हो, परिस्थितियां बदल गई हों, फिर भी कड़ी मेहनत(Hard work) व लगन से सफलता(Success) के लिए किया गया प्रयास अपना सुफल देने में, चमत्कार दिखाने में पल भर की देरी नहीं करता और यही कारण है कि अभावों के बीच रहकर भी सफलता(Success) पाने के इतिहास युगों से लिखे गए हैं, रचे गए हैं। वर्तमान में भी ऐसा
ही कुछ इतिहास रचा जा रहा है, जो यह दर्शाता है कि सफलता(Success) किन्हीं साधन – सुविधाओं की मोहताज नहीं होती, सफलता(Success) के लिए संसाधनों का अंबार होना ज़रुरी नहीं। सफलता(Success) उन अभावग्रस्त व्यक्तियों के भी हिस्से में आ सकती है, जो कड़ा संघर्ष(Struggle) करते हैं और प्रबल इच्छाशक्ति व लगन के सहारे निरंतर – सतत आगे बढ़ते हैं। अभावों का जीवन जीते हुए संघर्ष(Struggle) करके भी अपनी पहचान बनाई जा सकती है, इस बात को आज की नई युवा पीढ़ी प्रमाणित कर रही है।
इन दिनों प्रतियोगी परीक्षाओं में ऐसे विधार्थी अव्वल आ रहे हैं, जिनके जीवन में संसाधनों का अभाव था और उनका जीवन भी कई तरह की समस्याओं(Problems) से घिरा हुआ था। सफलता की इस कड़ी में देश की ऐसी बेटियाँ भी अव्वल आईं, जिनके पिता मजदूरी करते थे और ऐसे बेटे भी चमके, जिनकी परवरिश झुग्गी – झोंपड़ियों में अभावों के बीच हुई। जिनकी माँ घर-घर चौका-बरतन करके पैसे जमा करतीं और पिता रिक्शाचालक बनकर आर्थिक रूप से सहयोग करते। इस तरह Struggle पूरे परिवार ने एक साथ किया और अपने भाग्य को चमकाया।
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संघर्ष की लगन ही व्यक्ति की लक्ष्य की और गति को थमने नहीं देती, आशा की किरण को टूटने नहीं देती, बल्कि उत्साह, उमंग को निरंतर बढ़ाती है और यही कारण है कि आज देश में अभावों के अंधेरों के बीच भी सफलता(Success) की रोशन राहें निकल रही हैं। जो यह भी बताती हैं कि सहूलियतों के बीच जीवन जीकर सफलता(Success) पाना और मुकाम बनाना ही सब कुछ नहीं है, बल्कि जीवन की सही समझ के लिए अभावों के बीच जीवन जीना भी ज़रुरी है, तभी जीवन के सही मर्म व अंदाज़ का पता चलता है।
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प्रतिभाएँ अपनी पहचान स्वयं बना लेती हैं। उनका हौसला और इच्छाशक्ति उन्हें शून्य से शिखर तक ले जाने का कार्य करते हैं और कई तरह के संघर्षों व अड़चनों के बावजूद जब वे सफलता(Success) प्राप्त करते हैं, तो पूरे समाज के लिए एक उदाहरण बन जाते हैं। साधारण से दिखने वाले व्यक्ति जब असाधारण सफलता(Success) पाते हैं तो कोई सोच भी नहीं सकता कि वे अपने जीवन में कितना खपे हैं, उन्होंने कितना संघर्ष(Struggle) किया है, उनके सपनों(Dreams) की बुनियाद के पीछे कितनी मेहनत है। फिर भी अपने हौसलों के दम पर वे निरंतर आगे बढ़ने रहते हैं, प्रयास करते हैं और इस तरह एक दिन वे सफलता(Success) के शिखर को छू ही लेते हैं।
जीवन में जब कोई कुछ करने की ठान लेता है और ईमानदारी से उसके लिए प्रयास करता है तो उसे देर-सबेर सफलता(Success) अवश्य मिलती है। हालांकि इस यात्रा में उसे बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, कई तरह के भटकावे सामने आते हैं, जो उसे लक्ष्य से भटकाते हैं, विचलित करते हैं। कई तरह के विकल्प दीखते हैं, वे भी राह में एक तरह की बाधा होते हैं, लेकिन दृढ़तापूर्वक और ईमानदार कोशिश करने वाले लोग इन विकल्पों व शोर्टकट मार्गो को नहीं अपनाते और अपनी लगन का सहारा लेते हुए संघर्ष व मेहनत का उचित रास्ता चुनते हैं, अपनी क्षमता-योग्यता व दक्षता को निरंतर निखारने का प्रयास करते हैं। ये ढर्रे पर चलने वाले रास्तों के बजाय अपने लिए नए रास्ते बनाते हैं और इस तरह समाज के लिए एक आदर्श उदाहरण बन जाते हैं। सफलता की इमारत संघर्ष की नींव पर ही खड़ी होती है।
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